रांची। संवाददाता। कमाने की चाहत में साल 2009 में संध्या (बदला नाम)
दिल्ली गई। लातेहार के महुआटांड़ तंबाटोली निवासी संध्या को उसकी पड़ोसी
सविता झांसा देकर ले गई। साथ में इलाके की पांच अन्य लड़कियां भी थीं।
लेकिन
दिल्ली पहुंचते ही शुरू हो गई ज्यादती। अब संध्या रांची लौटी है तीन माह
का गर्भ लिए।
18 साल की संध्या को शुक्रवार को दीया सेवा संस्थान द्वारा महिला
थाने ले जाया गया, जहां उसने अपनी आपबीती सुनाई। अब पुलिस इसकी काउंसिलिंग
में जुट गई है।
बाबा बामदेव की एजेंसी में करती थी कामसंध्या ने बताया कि
दिल्ली में वह बाबा बामदेव की एजेंसी में काम करती थी। एजेंसी का दफ्तर
पंजाबीबाग में है। बाबा बामदेव और शविाराव स्वयंसेवी संस्था द्वारा वहां
प्लेसमेंट एजेंसी का धंधा चलाया जाता है।
लेकिन उसे काम के एवज में कभी
पैसे नहीं मिले।
संध्या ने बताया कि बाबा बामदेव की एजेंसी में ललन पंडित उसके संपर्क में
आया। ललन ने उसकायौन शोषण किया और शादी करने का झांसा दिया। कुछ महीने पहले
संध्या भागकर रांची आयी थी। तब शादी की बात कर ललन ने वापस उसे दिल्ली
बुलाया। लेकिन वह गई तो ललन दिल्ली से गायब था। डोरंडा थाने पहुंची थी
बुधवार को संध्या दिल्ली से रांची आयी। रांची स्टेशन से निकलकर वह भटकते
हुए डोरंडा पहुंच गई। इसके बाद डोरंडा पुलिस ने दीया सेवा संस्थान से
संपर्क किया।
शुक्रवार को दीया सेवा संस्थान के बैजनाथ कुमार उसे लेकर महिला थाने
पहुंचे। महिला थाने की पुलिस ने स्टेशन डायरी इंट्री कर काउंसिलिंग की
कोशशि शुरू की है।