रांची की किशोरी से दिल्ली में अमानवता की हद

रांची की एक 13 वर्षीया किशोरी से दिल्ली में अमानवीय व्यवहार किया गया। उसे सलाखों से दागा गया, उसे गर्म तवा व छड़ से जलाया गया। इससे उसके हाथ, पैर व पीट में गहरे जख्म हो गए हैं। दीया सेवा संस्था के सदस्यों ने उसे सीआइडी के आइजी अनुराग गुप्ता के पास पहुंचाया, जहां पूरी बात सुनने के बाद आइजी ने लालपुर थाने को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया।

लड़की सदर थाना क्षेत्र के लालगंज निवासी जुगनी मिंज की पुत्री है। उसने बताया कि डेढ़ साल पहले तक वह सरकुलर रोड के होटल लैंडमार्क के समीप रहने वाले दीपक भट्टाचार्या के यहां नौकरानी थी। दीपक भट्टाचार्या ने उसे (लड़की को) डेढ़ साल पहले अपनी बेटी-दामाद के पास भेज दिया। 

करीब तीन महीने पहले लड़की दिल्ली से भागकर रांची आ गई। उसने अपने साथ हुई घटनाओं का जिक्र किया और बताया कि कैसे उसके हाथ, पैर व पीठ को गर्म तवा व रॉड से जलाया गया। मामला दीया सेवा संस्थान के पास पहुंचा। संस्थान के बैजनाथ, सीता स्वांसी आदि उसे लेकर सीआइडी पहुंचे। चूंकि मामला लालपुर से जुड़ा हुआ है, इसलिए लालपुर थाने में मारपीट, बाल श्रम व एससी/एसटी अधिनियम में प्राथमिकी दर्ज की गई है।